श्री राम जन-जन के आधार व अवलंब हैं, रोम-प्रतिरोम, प्राण आत्मा परमात्मा, जीवों के हृदय की धड़कन हैं श्रीराम..संसार की मर्यादा, सार सत्य शिव आनंद की महिमा है श्रीराम..ऐसे श्रीराम को यदि जीव जगत स्वयं में आत्मसात करे तो निश्चित ही व्यक्ति साधक शिष्य लौकिक व पारलौकिक शक्तियों का पूँजीभूत स्वरूप हो सकता है, एक पुरुष पुरुषोत्तम हो सकता है, एक नर नारायण बन सकता है और एक जीव शिवत्व का बोध कर जीवन में परम आनंद से युक्त हो सकता है……………
“श्रीराम लला महोत्सव” में ऐसी ही गूढ़ गोपनीय ज्ञान विज्ञान को, विद्या को मैं आपका गुरु उच्च कोटि की गोपनीय दीक्षा के माध्यम से आपके जीवन को संम्पूर्णता प्रदान करुंगा, आपको स्वराज्य, सुख शांति समृद्धि से पूर्ण जीवन प्रदान करुँगा, आपके पूरे जीवन को राम राज्य से परिपूर्ण करुँगा जिससे आपके जीवन में समस्त शोक, दुख, दारिद्य का समूल विनाश हो सके और आपका पूरा जीवन हर्ष से परिपूर्ण हो सके…………….
ऐसा उल्लसित, उमंगित, आनंद परमानंद से युक्त जीवन आपको प्राप्त हो इसलिए “श्रीराम लला महोत्सव” में आप सभी को स्नेहिल निमंत्रण भेजता हूँ, इस सतसंग साधना शिविर में पहुंच कर आप अत्यंत दुर्लभ गूढ़ “Sevattv साधना Siddhi Diksha” प्राप्त कर अपने जीवन को सम्पूर्ण करें……………
आओ आ जाओ! स्वजन सगे संबंधी परिवार सहित भव्य दिव्य सत्संग साधना शिविर में भाग लेकर, पूज्य श्री गुरुदेव से व्यक्तिगत मिलकर, पूज्य श्री गुरुदेव से अपनी समस्याओंके समाधान हेतु दीक्षा साधना प्राप्त कर, अपने जीवन को अवश्य पूर्णता प्रदान करें……………