मन्त्र सिद्ध चैतन्य “गुरु प्राण धारण माला”:
ह्रदय से आगे की यात्रा प्राण चेतना है, गुरु अर्थात ब्रह्म रुपी शक्ति को पूर्णतः परांगत धारण कर उस अकाल पुरुष के प्रेम में परिणित हो सार संसार को पूर्णतयाः प्राप्त करने की एकमात्र माला….
इस माला को धारण करने से व्यक्ति, साधक, शिष्य का जीवन पूर्ण हो जाता है, परमात्मा की ओर उन्मुख हो वह जीवन के परम आनंद की ओर बढ़ जाता है, यह माला धारण करना जीवन का परम सौभाग्य….
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