मन्त्र सिद्ध चैतन्य “प्रियतमा अप्सरमा माला” :
अप्सरा तो प्रत्येक दिलों के धड़कन होती है, अप्सरा तो प्रत्येक के जीवन की मुस्कराहट होती है, अप्सरा तो प्रत्येक जीवन की सुगंध होती है, आनंद और मस्ती होती है और य तो बुढ़ापे में भी जवानी भर देती है….
* कई अप्सराओं में प्रियतमा अप्सरा एक श्रेष्ठ, सुन्दर,सुकोमल अप्सरा है | जो अपने सहचरी से कठोर ह्रदय को भी पिघला देती है और अनायास उसके सुगंध से सुवसित व्यक्ति स्त्री हो या पुरुष उस पर रीझ का जीवन में आनंद से सरवोत हो जाता है और फिर वह अप्सरा साधकों को प्रधान करती है सुगन्धित द्रव्य, विविध आभूषण तथा अपने साधकों के समस्त समस्याओं का समाधान….
* यह अप्सरा सिद्ध होकर केवल अपने साधकों को ही मनोहर करती है..केवल उसे ही दिखाई देती है और किसी अन्य को नहीं और इस साधना को सिद्ध करने के बाद आप प्राप्त कर सकेंगे एक आकर्षक सम्मोहन व्यक्तित्व, एक उल्लासित उमंगित जीवन और प्राप्त हो सकेगा एक मधुर और मोहक मुस्कान….
Reviews
There are no reviews yet.