एक साधक को अपनी “साधन” में सफलता प्राप्ति के लिए, अपने “साध्य” की सिद्धि के लिए “मंत्र सिद्ध चैतन्य साधना सामग्री” की आवश्यकता होती है.. “साधन” के आभाव में साधक “साध्य” सिद्धि संभव नहीं कर पाता..
मानव जीवन जन्म की सार्थकता, सिद्धि, सफलता, पूर्णता श्री गुरु के साहचर्य, सान्निध्य से ही संभव हो पाता है अन्यथा इस भव-सागर में भ्रमित भटकता हुआ जीव अपने जन्म, जीवन और मृत्यु को भी दुखदायी बना देता है, इसलिए परमसुख आनंददायी जीवन के लिए सद्शास्त्रों में सद्गुरु की महत्ता सिद्ध है, क्यूंकि एकमात्र “सद्गुरु” ही किसी व्यक्ति साधक व शिष्य के लिए “चैतन्य साधन” है और “परम साध्य” भी, वह नाव और नावीक बनकर किसी को भी “भवसागर” से सहज ही पार कर देता है और यह संदेश देता है कि मानव जीवन का लक्ष्य “प्राण आत्मा परमात्मा”, परम आनंद है और इसकी प्राप्ति जीवन की संपूर्णता है, जिसमें “साधना सामग्री रहस्यम” पुस्तक सहायक है….
गूढ़तम साधनात्मक मंत्र सिद्ध चैतन्य साधना सामाग्री प्राप्त करने के लिए आप हमें संपर्क करें
Reviews
There are no reviews yet.